
चंदौली। सिंचाई विभाग की लापरवाही का खामियाजा अब किसान भुगत रहे हैं। कर्मनाशा सिस्टम की राइट कैनाल से निकली लेहरा खास नहर लंबे समय से जर्जर स्थिति में है। नहर में घास-फूस भर जाने और पश्चिमी पटरी के टूट जाने से सिंचाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। इससे किसानों में आक्रोश है। किसानों ने अफसरों को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। यदि दो दिन में नहर की मरम्मत नहीं हुई तो अधिकारियों को बंधक बनाएंगे।
स्थानीय किसानों के अनुसार, लेहरा गांव के पास नहर की पटरी लगभग 15 फीट तक टूट गई है, जिसके कारण नीचे के गांवों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। नहर से जुड़े किसान अब सिंचाई के अभाव में फसल बर्बाद होने की चिंता में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह पटरी भयंकर बाढ़ के दौरान टूट गई थी, लेकिन विभाग ने अब तक कोई मरम्मत कार्य नहीं कराया।
सबसे गंभीर बात यह है कि इसी टूटे स्थल पर तीन वर्ष के एक बच्चे की गिरकर मृत्यु हो चुकी है। पुलिस द्वारा बच्चे का शव बरामद किए जाने के बाद भी सिंचाई विभाग के अवर अभियंता दीपक मिश्रा ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस लापरवाही को लेकर किसान विकास मंच के कार्यकर्ताओं ने कड़ा आक्रोश व्यक्त किया है। मंच के प्रतिनिधियों ने अधिशासी अभियंता हरेंद्र कुमार और सहायक अभियंता राकेश तिवारी से वार्ता कर दो दिन के भीतर नहर की मरम्मत कराने की मांग की है।
किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय में नहर का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे अवर अभियंता को बंधक बनाकर आंदोलन करेंगे। चिरंजीव सिंह पटेल, अशोक कुमार द्विवेदी, अतुल पांडेय, संजय पांडेय, अनिल पांडेय, चंदन सिंह, संजय विश्वकर्मा और सुशील पांडेय सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे।

