
चंदौली। दवा कारोबारी की हत्या के मामले में पुलिस ने भले ही साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करते हुए खुलासा कर दिया हो, लेकिन इस जघन्य वारदात से जुड़े कई अहम सवाल अब भी अनुत्तरित हैं। मसलन, हत्या की साजिश कितनी बड़ी थी, इसमें कितने लोग शामिल थे और इसे अंजाम देने में कितने शूटर शामिल रहे, हत्याकांड के लिए कितने रुपये की सुपारी दी गई थी, शूटर कहां से आए थे, हत्याकांड के पीछे कौन–कौन से चेहरे छिपे हैं, इन सभी बिंदुओं पर अब भी रहस्य बना हुआ है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि दवा कारोबारी की हत्या की सुपारी आखिर किसने दी थी? अपराधियों को किसने आर्थिक सहायता प्रदान की और मौत का यह सौदा कितने में तय हुआ? इसके अलावा यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि शूटर कहां से आए थे और वारदात को अंजाम देने के बाद वे कहां फरार हुए। पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर सुराग तो हासिल कर लिए हैं, लेकिन शूटरों तक पहुंचने में अभी भी समय लग सकता है।
एसपी आदित्य लांग्हे ने बताया कि शूटरों को पकड़ने के लिए पुलिस की 9 टीमें लगी हुई हैं। वहीं हत्याकांड की साजिश में शामिल अन्य लोगों को भी पकड़ा जाएगा। पुलिस ने हत्याकांड के लगभग एक सप्ताह बाद तीन साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करते हुए खुलासा किया। जमीन के लिए दवा कारोबारी की हत्या की बात सामने आई है। शूटरों के पकड़े जाने के बाद घटना के पीछे छिपे अन्य रहस्यों के पर्दाफाश होने की उम्मीद है। एसपी का कहना है कि हत्याकांड में शामिल और भी लोग पकड़े जाएंगे। जैसे-जैसे आरोपी पकड़े जाएंगे, वैसे-वैसे सभी सवालों के जवाब भी सामने आएंगे।

