
चंदौली। पिछले दिनों भारी बारिश और अहरौरा बांध से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण नियामताबाद ब्लॉक के कई गांवों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बुधवार को जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग ने हसनपुर, कम्हरिया समेत आसपास के इलाकों का स्थलीय भ्रमण कर हालात का जायजा लिया। बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं से रूबरू हुए। साथ ही आवास समेत हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के सर्वे में शिथिलता पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम जाना और आश्वासन दिया कि संकट की इस घड़ी में किसी को भी अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से दैवीय आपदा से प्रभावित हर परिवार को हरसंभव सहायता दी जाएगी और जिनका कच्चा मकान बारिश या बाढ़ में गिरा है, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान उपलब्ध कराया जाएगा।
जिलाधिकारी ने ग्रामीण इलाकों में गिरे हुए कच्चे मकानों का निरीक्षण किया और संबंधित खंड विकास अधिकारी को पूरे गांव में सर्वे कर पात्र परिवारों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी पात्र परिवार को योजना से वंचित नहीं रखा जाएगा। साथ ही जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नालियों की तत्काल सफाई की जाए, बिजली आपूर्ति बाधित न हो, तथा प्रभावित परिवारों तक भोजन और आवश्यक वस्तुएं समय से पहुंचाई जाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राहत वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को चेतावनी दी कि सर्वे कार्य में शिथिलता या लापरवाही पाए जाने पर शो-कॉज नोटिस जारी किया जाएगा। साथ ही उन्होंने अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि गढ़ई और चंद्रप्रभा नदियों की जल क्षमता बढ़ाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर शासन को भेजी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की जलभराव की स्थिति से प्रभावी रूप से निपटा जा सके। निरीक्षण के दौरान एसडीएम पीडीडीयू नगर, अधिशासी अभियंता (चंद्रप्रभा, मूसाखाड़, बंधी प्रखंड), तहसीलदार, लेखपाल और खंड विकास अधिकारी मौजूद रहे।