
चंदौली। ग्राम पंचायतों में विद्यार्थियों के लिए ज्ञान का डिजिटल खजाना खोलने की दिशा में प्रशासन ने पहल की है। जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा ने बताया कि पंचायती राज अनुभाग-3 के शासनादेश के तहत जनपद स्तरीय चयन समिति के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल पुस्तकालय (बाल एवं किशोर पुस्तकालय) स्थापित किए जाएंगे।
इन पुस्तकालयों के लिए पुस्तकों का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जनपद स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। समिति 50 प्रतिशत पुस्तकें शासकीय प्रकाशकों से तथा शेष 50 प्रतिशत पुस्तकें अन्य प्रकाशकों से चयनित करेगी। चयन प्रक्रिया में विशेष ध्यान स्थानीय साहित्यकारों, स्वतंत्रता सेनानियों, राष्ट्रनायकों, शहीदों की जीवनी, क्षेत्रीय लेखकों, कवियों और सांस्कृतिक साहित्य की पुस्तकों पर दिया जाएगा। इसके साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को व्यापक अध्ययन सामग्री उपलब्ध हो सके।
समिति पुस्तकों के चयन में उनकी भाषा की सरलता, विषयवस्तु की प्रासंगिकता और मूल्य निर्धारण को प्रमुख आधार मानेगी। इच्छुक प्रकाशक अपनी पुस्तकों की सूची, दर, विषय और भाषा के अनुसार विवरण जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय, बिछिया कला, जनपद चन्दौली में अथवा ई-मेल dprocd-up@nic.in पर 4 नवम्बर 2025 तक जमा कर सकते हैं।
साथ ही, ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी जो अपनी ग्राम पंचायत के डिजिटल पुस्तकालय में विशेष पाठ्य सामग्री या पुस्तक पढ़ना चाहते हैं, वे भी अपनी पसंद की पुस्तक सूची उक्त ई-मेल पर भेज सकते हैं। प्रशासन की यह पहल ग्रामीण विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

