
चंदौली। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की पंचायत मंगलवार को ताजपुर गांव में हुई। इसमें सकलडीहा तहसील के आराजी नंबर 83 (चन्ना ताल), रकबा 3.759 हेक्टेयर भूमि के मत्स्य पालन पट्टे को निरस्त करने की मांग उठी। किसानों से जल्द से जल्द इस पर अमल करने की मांग की। चेताया कि यदि मांग पर विचार नहीं किया गया तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
इस दौरान वाराणसी मंडल अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप तिवारी ने कहा कि चन्ना ताल किसानों के लिए जीवनरेखा के समान है। इस ताल में बरसाती पानी जमा होता है, जिससे आसपास के खेतों की सिंचाई होती है। ताजपुर, तेंदुई, टिमिलपुरा, घरचीत, सकलडीहा समेत कई गांवों के किसान वर्षों से इस ताल के पानी से अपनी फसलों की सिंचाई करते आ रहे हैं। यदि इसे मत्स्य पालन के लिए आवंटित किया गया तो किसानों की सिंचाई व्यवस्था पूरी तरह बाधित हो जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सकलडीहा ड्रेन लंबे समय से जाम है, जिससे खेतों में जलभराव हो रहा है और सैकड़ों एकड़ धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि तत्काल सर्वे कराकर ड्रेन की सफाई कराई जाए और चन्ना ताल का पट्टा निरस्त किया जाए।
मंडल उपाध्यक्ष रामअवतार सिंह ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने किसानों की मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो क्षेत्र के किसान आंदोलन को बाध्य होंगे। वहीं मंडल कोषाध्यक्ष मनोज यादव ने बताया कि 16 अक्टूबर को किसान प्रतिनिधिमंडल के साथ एसडीएम सकलडीहा को ज्ञापन सौंपा जाएगा। पंचायत में पूर्व प्रधान अमित सिंह, रामविलास मौर्य, नंद किशोर सिंह, रामसिंह मौर्य, वीर वर्मा, शेखर मौर्य, सिंगार राय, बृजमोहन मौर्य, लखीराम यादव, रामनिवास मौर्य सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
पंचायत में सर्वसम्मति से सतीश पांडेय को भाकियू ग्राम अध्यक्ष ताजपुर के रूप में मनोनीत किया गया। किसानों ने एक स्वर में कहा कि जब तक चन्ना ताल का पट्टा निरस्त नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। पंचायत की अध्यक्षता वीरेंद्र प्रताप सिंह ने की, जबकि संचालन राजेश चौहान ने किया।