
चंदौली। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशकों की लंबे समय से लंबित मानदेय समस्याओं को लेकर उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने एक बार फिर अपनी आवाज बुलंद की है। बुधवार को एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष विकास यादव के नेतृत्व में अनुदेशकों का एक प्रतिनिधिमंडल बीएसए से मिला। इस दौरान ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान आयोजित समर कैंप का बकाया मानदेय शीघ्र जारी किए जाने की मांग रखी।
मंडल अध्यक्ष विकास यादव ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन संचालित उच्च प्राथमिक एवं कंपोजिट विद्यालयों में इस वर्ष ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान 21 मई से 15 जून तक समर कैंप का आयोजन किया गया था। विभागीय निर्देशों के क्रम में इन समर कैंपों के सफल संचालन के लिए अनुदेशकों की ड्यूटी लगाई गई थी। भीषण गर्मी और प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद अनुदेशकों ने पूरी निष्ठा, ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, जिससे समर कैंप का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हो सका।
प्रतिनिधिमंडल ने बीएसए को अवगत कराया कि शासन और विभाग द्वारा समर कैंप में कार्यरत अनुदेशकों के मानदेय के लिए धनराशि काफी समय पहले ही आवंटित की जा चुकी है। इसके बावजूद अब तक अनुदेशकों के खातों में भुगतान नहीं किया गया है, जिससे उनमें आक्रोश और निराशा व्याप्त है। विकास यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब बजट विभाग के पास उपलब्ध है, तो अनुदेशकों के मानदेय को रोके रखने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि अधिकांश अनुदेशक पहले से ही आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं और यह मानदेय उनके लिए अत्यंत आवश्यक है। ऐसे में भुगतान में हो रही देरी उनके साथ अन्याय है।
अनुदेशकों ने यह भी कहा कि समर कैंप के दौरान बच्चों की शिक्षा, खेल गतिविधियों और रचनात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें उनके मेहनताना से वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने मांग की कि मानदेय का भुगतान अविलंब किया जाए, ताकि अनुदेशकों को राहत मिल सके।
बीएसए ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि इस प्रकरण को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवंटित राशि को जल्द से जल्द संबंधित अनुदेशकों के खातों में पहुंचाने के लिए प्रक्रिया को तेज किया जाएगा।
इस अवसर पर अभिनव कुमार सिंह, प्रवीण कुमार, उदय, राजीव, सरोज पाल, अरविंद यादव, रविंद्र सिंह, मनीष मिश्रा, हमीदा सिद्दीकी, कुलकर्णी देवा सहित बड़ी संख्या में अनुदेशक उपस्थित रहे और एकजुट होकर अपनी मांग को मजबूती से रखा।

