
चंदौली। शहाबगंज ब्लॉक के कई ग्राम पंचायतों में आशा चयन प्रक्रिया को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। धांधली से आक्रोशित ग्रामीण धरनारत हैं। आरोप लगाया कि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई और भारी धांधली कर गलत सूची तैयार कर जिला मुख्यालय को भेज दी गई है।
शाहपुर, बराव, कलानी और बसाढ़ी ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी शहाबगंज ने स्थानीय एएनएम के साथ मिलीभगत कर अपने मनमाफिक नामों को सूची में शामिल किया। इस मनमानी से नाराज़ ग्रामीण सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहाबगंज पहुंच गए और वहीं धरने पर बैठ गए।
धरना स्थल पर ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने “पैसों की दलाली बंद करो” और “भ्रष्ट प्रभारी मुर्दाबाद” जैसे नारों से स्वास्थ्य केंद्र परिसर को गूंजा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक निष्पक्ष जांच नहीं कराई जाती और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी कि अगर उनकी शिकायतों पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। उनका कहना है कि आशा चयन जैसी संवेदनशील प्रक्रिया में गड़बड़ी होना बेहद शर्मनाक है, क्योंकि यह स्वास्थ्य सेवाओं से सीधा जुड़ा मामला है।
ग्रामीणों की मांग है कि पूरी चयन प्रक्रिया को रद्द कर निष्पक्षता के साथ दोबारा कराया जाए, ताकि पात्र और योग्य महिलाओं को ही आशा कार्यकर्ता बनने का अवसर मिल सके। फिलहाल धरना स्थल पर ग्रामीण डटे हुए हैं और प्रशासन की ओर से किसी ठोस कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।