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Chandauli News : चकिया में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, कांशीराम आवास योजना की जमीन से हटा अतिक्रमण

चंदौली। जिले के चकिया क्षेत्र में शनिवार को प्रशासन ने अवैध कब्जों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए बुल्डोजर चलवाया। इस दौरान कांशीराम आवास योजना  की जमीन और पार्क पर किए गए अतिक्रमण को खाली कराया गया। अभियान का नेतृत्व उपजिलाधिकारी चकिया  ने किया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में वार्ड नंबर 4 और घटमापुर इलाके में यह कार्रवाई की गई, जिससे अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया।

 

जानकारी के अनुसार, करीब 15 वर्ष पहले इस योजना के तहत 48 आवास बनाए गए थे। इन आवासों का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को स्थायी आश्रय उपलब्ध कराना था, लेकिन समय बीतने के साथ कुछ लोगों ने अवैध तरीके से इन मकानों और योजना से जुड़ी अन्य जमीनों पर कब्जा जमा लिया। पार्क की जमीन पर भी कई स्थानों पर कच्चे और पक्के निर्माण कर दिए गए थे।

 

प्रशासन को लगातार मिल रही शिकायतों के बाद शनिवार को अभियान चलाया गया। कार्रवाई के दौरान जहां कच्चे निर्माण थे, उन्हें मौके पर ही ढहा दिया गया। वहीं, जिन लोगों ने पक्के निर्माण खड़े कर रखे थे, उन्हें प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। एसडीएम ने स्पष्ट किया कि वैध तरीके से जिन लोगों को आवास आवंटित किए गए हैं, उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। केवल अवैध कब्जाधारियों पर ही सख्ती की जाएगी।

 

एसडीएम चकिया ने बताया कि सरकारी योजनाओं के मकसद को पूरा करना प्रशासन की प्राथमिकता है। कांशीराम आवास योजना गरीब परिवारों को छत देने के लिए शुरू की गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए जमीन और मकानों पर अवैध कब्जा कर लिया था। यह कार्रवाई उन्हीं कब्जाधारियों के खिलाफ की गई है।

 

उन्होंने यह भी कहा कि आगे भी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। खासकर सरकारी जमीन, योजना से जुड़े मकान और पार्क जैसी सार्वजनिक जगहों पर किसी भी प्रकार का कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन का उद्देश्य है कि वास्तविक पात्रों को उनका हक मिले और क्षेत्र में विकास योजनाओं का सही ढंग से लाभ लोगों तक पहुंच सके।

 

प्रशासन की इस कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में खौफ है, जबकि वैध आवंटित लोग राहत महसूस कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि लंबे समय से पार्क की जमीन पर कब्जे और अवैध निर्माण से क्षेत्र की सुंदरता और सुविधा प्रभावित हो रही थी। अब अतिक्रमण हटने के बाद वहां पार्क के पुनर्विकास की उम्मीद बढ़ गई है।

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