
चंदौली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपनी प्रेरणादायक 100 वर्षों की यात्रा को पूर्ण करते हुए शताब्दी वर्ष मना रहा है। जिले में शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। इसका शुभारंभ जिले के बरहनी ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय अमडा में विजयादशमी उत्सव के रूप में किया गया। इस विशेष अवसर पर सैकड़ों स्वयंसेवकों के साथ समाज बंधु और अनेक प्रमुख लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण, शस्त्र पूजन और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। मुख्य अतिथि सैयदराजा विधायक सुशील सिंह ने भगवान श्रीराम के चित्र के समक्ष पूजन-अर्चन कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।
इस मौके पर विभाग बौद्धिक प्रमुख नवीन जी ने अपने संबोधन में कहा कि राम मंदिर का निर्माण संघ के वर्षों के प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने संघ को वैदिक व सनातन संस्कृति का प्रतीक बताया, जो अहिंसा को परम धर्म मानकर कार्य करता है। विधायक ने कहा, “संघ ने बीते 100 वर्षों में समाज को संगठित कर राष्ट्र निर्माण की दिशा में अहम भूमिका निभाई है। हिंदुत्व कोई संकीर्ण विचार नहीं, बल्कि समन्वय का दर्शन है, जिसमें बौद्ध, जैन, सिख सभी समाहित हैं। रामराज्य और हिंदू राष्ट्र दो नहीं, बल्कि एक ही उद्देश्य के दो स्वरूप हैं।”
कार्यक्रम के उपरांत पूर्ण गणवेश में पथ संचलन भी हुआ, जो अमडा बाजार होते हुए ग्राम सभा का भ्रमण कर पुनः विद्यालय पर समाप्त हुआ। इस दौरान संघचालक सुधीर जी, जिला प्रचार प्रमुख राजेश जी, शारीरिक प्रमुख सतीश जी, अध्यक्ष अनिल जी, महेंद्र सिंह, अजय सिंह, इंद्रजीत बिंद और विपिन जी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।