
शशि प्रकाश मिश्रा की रिपोर्ट
चंदौली। जनपद के महुअरकला गांव से होकर गुजरने वाला बलुआ वाया टाण्डाकला मुख्य मार्ग इन दिनों जलजमाव की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले इस मार्ग पर नाबदान का गंदा पानी भर गया है, जिससे आमजन के साथ-साथ श्रद्धालुओं को भी भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
यह वही मार्ग है जिससे होकर श्रद्धालु प्राचीन धार्मिक स्थल मार्कण्डेय महादेव धाम तक पहुंचते हैं। महुअरकला, हरधन, जुड़ा, पूरा गणेश, विजयी के पूरा, सोनबरसा, सरफुद्दीनपुर, टाण्डाकला आदि गांवों के लोग इसी रास्ते से आवागमन करते हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, महुअरकला गांव में पहले नाबदान का पानी कुछ व्यक्तियों की जमीन पर बने गड्ढे में गिरता था, जिससे जलजमाव की स्थिति थोड़ी नियंत्रित थी। लेकिन हाल ही में लोगों द्वारा उस गड्ढे को मिट्टी से भर दिए जाने के कारण पूरा गंदा पानी अब सड़क पर फैल गया है। पानी की निकासी का कोई समुचित प्रबंध न होने के कारण सड़क मानो नाले में तब्दील हो चुकी है।
स्थिति इतनी विकट हो गई है कि दोपहिया और चारपहिया वाहन चालकों को मार्ग पार करना बेहद जोखिम भरा हो गया है। कई राहगीर इस जलजमाव में फिसलकर घायल भी हो चुके हैं। ऊपर से मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिससे दुर्घटना की संभावना और बढ़ गई है।
स्थानीय नागरिकों ने कई बार विभागीय अधिकारियों को इस समस्या की जानकारी दी, बावजूद इसके अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। लोगों में प्रशासन की उदासीनता को लेकर भारी रोष है।