चंदौली। अलीनगर थाना क्षेत्र के रेवसां गांव में भारतमाला परियोजना के विरोध ने हिंसक रूप ले लिया। परियोजना के कर्मियों का आरोप है कि ग्रामीणों ने उन पर लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। शिकायत के बाद पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक नामजद और कई अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। प्रशासन ने भी विरोध करने वालों पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि सरकारी कार्य में बाधा डालने वालों को रोका जा सके।
भारतमाला परियोजना में कार्यरत दिल्ली निवासी पवन कुमार यादव ने पुलिस से शिकायत किया कि गुरुवार शाम लगभग 5 बजे परियोजना के अधिकारी और कर्मचारी रेवसां गांव में काम कर रहे थे। उसी समय, कुछ स्थानीय ग्रामीण अचानक वहां पहुंचे और काम का विरोध शुरू कर दिया। कर्मचारियों से बातचीत के दौरान स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और विरोध कर रहे ग्रामीणों ने लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। आरोप लगाया कि संजय यादव, विपिन यादव, अभिषेक कुमार, दुर्गेश यादव, समीम सिद्दीकी, अलाउद्दीन, कैलाश गौड़ सहित कई अज्ञात ग्रामीणों ने एक साथ मिलकर परियोजना टीम पर सुनियोजित तरीके से हमला कर दिया। कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी दी। इ मौके पर मौजूद सरकारी वाहनों में भी तोड़फोड़ की।
अचानक हुए हमले में कार्यस्थल पर अफ़रातफ़री मच गई। पुलिस ने कर्मचारियों की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। रेवसां गांव में भारतमाला परियोजना के लिए हो रहे भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य का ग्रामीण लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। अलीनगर थाना प्रभारी अनिल पांडेय ने बताया कि पुलिस घटना में शामिल सभी व्यक्तियों की पहचान करने में जुटी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकारी कार्य में बाधा डालने और कानून व्यवस्था भंग करने वाले दोषियों के खिलाफ जल्द ही कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

