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चंदौली का एक और होनहार मेडिकल छात्र यूक्रेन में कर रहा जद्दोजहद, रोमानियां बार्डर पर कट रही रात, अटकी परिवार की सांस

चंदौली। जिले का एक और मेडिकल छात्र युद्ध की दुश्वारियों के बीच यूक्रेन में फंसा है। मुख्यालय स्थित सर्वेश्वरी नगर कालोनी निवासी आदर्श कुमार पांडेय इस समय रोमानियां के बार्डर पर फंसे हुए हैं। माइनस पांच डिग्री तापमान में खुले आसमान के नीचे रात काटनी पड़ रही है। फोन पर परिजनों से बातचीत में उन्होंने युद्ध के चलते यूक्रेन में तबाही का मंजर बयां किया। घरवालों की सांस अटकी हुई है। भारत सरकार से छात्रों की सकुशल घर वापसी की मांग भी कर रहे हैं।

आदर्श यूक्रेन के टनोपील शहर स्थित एक इंस्टीच्यूट से एमबीबीएस फर्स्ट इयर की पढ़ाई करते हैं। इसके लिए फरवरी 2021 में यूक्रेन गए थे। रूस के हमले के बाद यूक्रेन में हालात बदतर हो गए हैं। उन्होंने रविवार की रात परिजनों को फोनकर वहां के हालात के बारे में जानकारी दी। परिजनों के अनुसार आदर्श फिलहाल रोमानियां की सीमा पर पहुंच गए हैं। भारतीयों को रोमानियां व पोलैंड के रास्ते एयरलिफ्ट किया जा रहा है। बताया कि रोमानियां के बार्डर पर पिछले 18 घंटे से लाइन में लगे हैं। एक-एक कर लोगों को निकाला जा रहा है। लाइन इतनी लंबी है कि उनका नंबर आने में एक से दो दिन का समय लग सकता है। बार्डर पर रहने के लिए टेंट आदि की कोई व्यवस्था नहीं हैं। ऐसे में माइनस पांच डिग्री तापमान के बीच बिना कुछ खाए-पीए रात काटनी पड़ रही है। आदर्श का परिवार मूलरूप से सैयदराजा के भतीजा गांव का रहने वाला है। उनके पिता रामकुमार पांडेय  खेती-बाड़ी करते हैं। वहीं मां विभा पांडेय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। बड़े भाई बीकाम की पढ़ाई तो छोटे भाई इंटर में पढ़ते हैं।

रोमानियां व पोलैंड से भारतीय निकाले जा रहे सुरक्षित
यूक्रेन में रूस की ओर से लगातार हमले किए जा रहे हैं। ऐसे में वहां से लोगों को हवाई जहाज से लेकर आना संभव नहीं है। यात्री विमान भी रूस की गोलाबारी का शिकार हो सकते हैं। भारत सरकार यूक्रेन से सटे रोमानियां व पोलैंड से देशवासियों को सुरक्षित बाहर निकाल रही है।

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