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चंदौलीप्रशासन एवं पुलिसराज्य/जिला

मनराजपुर मामले में कहां तक पहुंची पुलिसिया जांच, खुद एसपी चंदौली से जानिए, ये संजय कौन है?

चंदौली। सैयदराजा पुलिस की करतूत ने प्रदेश ही नहीं पूरे देश में चंदौली को चर्चा में ला दिया है। मनराजपुर कांड में खाकी का दामन इस कदर दागदार हुआ, जिसके निशान सालों साल तक नहीं मिटने वाले। बहरहाल अब वक्त डैमेज कंट्रोल का है। एसपी चंदौली ने एडिशनल एसपी को मामले की जांच सौंप दी है और खुद मानीटरिंग कर रहे हैं। कार्रवाई के तौर पर थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह निलंबित किए जा चुके हैं। पीड़ित परिवार की तहरीर में इंस्पेक्टर के साथ जिन पांच पुलिसकर्मियों का जिक्र है उनको चिन्हित किया जा रहा है। इनमें चार महिला कांस्टेबल शामिल हैं। एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि दोषी पुलिसकर्मियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

कौन है संजय, जिसके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
मनराजपुर कांड में मृत गुड़िया के परिजनों ने थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह, संजय सिंह और चार महिला कांस्टेबलों के खिलाफ तहरीर दी। सभी के विरुद्ध धारा 323, 452 और 304 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। लेकिन संजय सिंह नाम का कोई पुलिसकर्मी सैयदराजा थाने में तैनात ही नहीं है। ऐसे में दोषी पुलिसकर्मी को चिन्हित कर उसके खिलाफ कार्रवाई भी बड़ा सवाल है। खुद एसपी अंकुर अग्रवाल का कहना है कि एफआईआर में जिस संजय सिंह का जिक्र है उस नाम का कोई पुलिसकर्मी सैयदराजा थाने में नहीं है। लिहाजा विवेचना और संवेदनशील हो गई है।

चांर महिला कांस्टेबल की जा रहीं चिन्हित
पीड़ित परिवार की ओर से चार अज्ञात महिला कांस्टेबलों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है। जांच अधिकारी उन चार महिला कांस्टेबलों को चिन्हित कर रहे हैं जिन्होंने दबिश के दौरान खुद कानून को अपने हाथ में ले लिया।

मनराजपुर घटना बेहद संवेदनशील है। एएसपी सदर को जांच अधिकारी नामित किया गया है। जल्द ही जांच प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। दोषी पुलिसकर्मियों को कत्तई बख्शा नहीं जाएगा। – एसपी अंकुर अग्रवाल

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